कोर्ट की फटकार के बाद 100 करोड़ के गबन का मामला दर्ज
Gurugram News Network- जमीन बेचने के नाम पर 100 करोड़ रुपए का गबन करने के मामले में शहर थाना पुलिस ने कोर्ट की फटकार के बाद सोमवार देर शाम को मामला दर्ज किया है। पीड़ित की कंपनी ने एमार MGF कंपनी से साल 2016 में जमीन खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया था। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मामले में तीन कंपनियों समेत 18 लोगों को आरोपी बनाया है।
पुलिस के मुताबिक, स्टार सिटी रियलटेक कंपनी की अधिकारी एकता यादव ने बताया कि साल 2016 में एमार MGF कंपनी ने उनसे गांव चौमा की 31 एकड़ जमीन बेचने के लिए संपर्क किया था। MGF की सहयोगी कंपनी की तरफ से श्रवण कुमार ने बताया था कि उनकी कंपनियां संदेश बिल्डकॉन व सिद्धांत बिल्डकॉन दोनों ही FDI कंपनियां हैं। उनकी कंपनियां फिलहाल घाटे में चल रही हैं, जिसके कारण उन्हें तुरंत फंड की जरूरत है।
दोनों ही कंपनियों के अधिकारियों ने उन्हें बातों में उलझाकर 31 एकड़ जमीन का सौदा 100 करोड रुपए में तय कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने शिकायतकर्ता की सोहना के मोहम्मदपुर गुर्जर की 15 एकड़ जमीन भी कंपनी की दूसरी जमीन से बदलने की बात कही। तय सौदे के मुताबिक, जमीन बदलने के साथ ही 100 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया। इनकी रजिस्ट्री व एक्सचेंज डीड नवंबर 2016 में करा दी गई।
आरोप है कि इस दौरान आरोपियों की कंपनी ने तय रुपए के पोस्ट डेटेड चेक लेने के बाद उन्हें ब्लैकमेल कर 14 करोड़ रुपए और मांगे, जिसे देने के लिए मंजूरी दे दी। आरोप है कि चेक की तारीख समाप्त होने के बाद भी आरोपियों ने चेक को बैंक में नहीं लगाया। इसके बाद आरोपियों ने एकता यादव की कंपनी से रिक्वेस्ट कर 97 करोड़ रुपए के नए चेक ले लिए। चेक लेने के बाद भी उन्हें बैंक में नहीं लगाया गया। इस पर एकता की कंपनी के अधिकारियों ने आरोपियों की कंपनी के अधिकारियों से पूछा, लेकिन वह बहाना बनाकर मामले को टाल गए।
आरोप है कि इसके बाद 2 अप्रैल 2018 को स्टार सिटी रियलटेक कंपनी को 14 स्पीड पोस्ट आरोपी की कंपनी की तरफ से प्राप्त हुए। जब इन स्पीड पोस्ट के पैकेट को खोला गया तो उसमें कुछ पुराने अखबार व मैगजीन मिली। इस पर भी उन्होंने आरोपियों की कंपनी से पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद आरोपियों से एक्सचेंज की गई जमीन पर कॉलोनी विकसित करने के लिए जब जिला नगर योजनाकार के पास आवेदन किया गया तो उन्हें पता लगा कि इस जमीन पर हाईकोर्ट में केस विचाराधीन है।
एकता ने अदालत को बताया था कि हाईकोर्ट में जब वह पेश हुए तो उन्हें अपनी कंपनी के साथ हुई 100 करोड़ रुपए की धोखाधडी का पता लगा। उन्हें पता लगा कि उनकी कंपनी में नियुक्त एक कर्मचारी रवि खेड़ा ने आरोपी कंपनी MGF के साथ मिलकर यह पूरा षड़यंत्र रखा है ताकि वह उनकी कंपनी की जमीन व रुपयों को हड़प सके। उन्हें मिले स्पीड पोस्ट पार्सल भी षड़यंत्र के तहत भेजे गए थे जिन्हें हाईकोर्ट में नोटिस व समन के तौर पर पेश किया गया था। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने मामले की जांच होने की बात कहकर टाल दिया था।
पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद एकता यादव ने अदालत में याचिका दायर की। मामले में अदालत ने पिछले सप्ताह सिटी थाना पुलिस को केस दर्ज कर रिपोर्ट पेश करने को कहा था, लेकिन सिटी पुलिस ने कोर्ट के आदेशों को अनदेखा कर दिया। इसके बाद अदालत ने थाना प्रभारी को तलब कर जमकर फटकार लगाई, जिसके बाद सोमवार देर शाम केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में संदेश बिल्डकॉन व इसके डायरेक्टर नरेंद्र वशिष्ठ, आरिफ मोहम्मद,गौरव सेठ, सिद्धांत बिल्डकॉन व इसके डायरेक्टर आरिफ मोहम्मद,गौरव सेठ, एमार MGF व इसके अधिकारी श्रवण गुप्ता, रक्षित जैन, विजय कुमार शर्मा, अज़हर कादिर, शाश्वत गौर, नूपुर जैन, स्पर्श प्रोमोटर, रजनीश भारद्वाज, केतन लूथरा व रवि खेड़ा को आरोपी बनाया गया है।